Rajasthan Teacher - तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती

Thanks

बीएड डिग्रीधारियों ने मांगा अधिकार
 अजमेर। प्रदेश में आगामी दिनों में संभावित तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती को देखते हुए लाखों बीएड डिग्रीधारियों ने राज्य सरकार से टेट परीक्षा आयोजन तथा ब्रिज कोर्स की समय सीमा बढ़ाने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि पहली बार टेट आयोजन में हुई विसंगतियों तथा शिक्षक भर्ती के बाद अभ्यर्थियों को 6 महीने का ब्रिज कोर्स नहीं कराने में उनकी कोई गलती नहीं है।



अजमेर जिले के सैकड़ों बीएड डिग्राधारियों ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को पत्र भेजा है। इसमें बताया गया है कि राज्य में पहली बार टेट आयोजन को समझ पाने में अभ्यर्थियों की चूक तथा व्यवस्थाओं से सम्बन्घित गड़बडियां हुर्ई। इस कारण पिछले साल हुई टेट परीक्षा में 50 फीसदी से ज्यादा अभ्यर्थी फेल हो गए। अभ्यर्थियों को एक और मौका मिलना चाहिए। उनका कहना है कि टेट नियमों में स्पष्ट था कि सरकार बीएड डिग्रीधारियों को भर्ती के छह महीने या 31 जनवरी 2012 तक 6 महीने का विशेष ब्रिज कोर्स कराएगी। यह कोर्स नहीं हो सका। इसमें भी विद्यार्थियों की गलती नहीं है।


पद बढ़ाएं
बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार से मिडिल स्कूलों में पद बढ़ाने की भी मांग की है। उनका कहना है कि प्रदेश में ज्यादातरस्कूलें मिडिल स्तर पर क्रमोन्नत कर दी गई हैं। ऎसे में उनके पद भी प्राथमिक विद्यालयों की रिक्तियों के बराबर रखे जाने चाहिए।


पहले भी थे अलग-अलग
राज्य सरकार द्वारा पिछले सालों में कराई गई शिक्षक भर्तियों में भी एस.टी.सी. व बीएड डिग्रीधारियों के पद अलग-अलग थे। एस.टी.सी. डिग्रीवालों को प्राथमिक व बीएड वालों को मिडिल स्कूलों में नियुक्ति दी गई थी, लेकिन टेट को लेकर एनसीटीई नियमों के कारण विरोधाभास की स्थिति बनी।


गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित शिक्षक भर्ती में प्राथमिक विद्यालयों के 28 हजार और मिडिल स्कूलों के 13 हजार पद हैं, जबकि प्रदेश में बीएड डिग्रीधारियों की संख्या एस.टी.सी. वालों की तुलना में 3 से 4 गुना है।


इनका कहना है
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को राज्य सरकार के आदेश का इंतजार है। जब सरकार आदेश देगी, हम टेट परीक्षा करा लेंगे।
पी. सी. जैन, ओएसडी, शिक्षा बोर्ड 
source- patrika

Thanks

0 comments:

Post a Comment

Popular Posts