सरकार द्वारा जिला परिषदों के माध्यम से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में जिलेवार अलग-अलग पेपर से परीक्षा करवाने की मंशा से अभ्यर्थियों में नाराजगी है। उनकी मांग है कि पूर्व की भांति पूरे प्रदेश एक ही पेपर से परीक्षा हो।
अभ्यर्थी योगेन्द्र शर्मा, महेश, वंदना शर्मा, यादवेन्द्र, पवन कुमार शर्मा, अनील सैन, बलराम आदि ने बताया कि सरकार इस बार जिला परिषदों के द्वारा तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा करवाने जा रही है। सरकार ने परीक्षा का पेपर जिले वार अलग-अलग बनाने की घोषणा की। इससे अभ्यर्थियों को समान अवसर नहीं मिलेगा तथा कही तो पेेपर सरल तो कही कठीन होने से मेरिट भी प्रभावित होगी। अभ्यार्थियों ने अलग-अलग पेपर परीक्षा का विरोध किया है।
अभ्यर्थियों ने कहा, राज्यभर में एक ही पेपर से परीक्षा, हर जिले में अलग अलग पेपर नहीं करेंगे बर्दाश्त
जयपुर। इस बार जिला परिषदों के माध्यम से हो रही थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में हर जिले में अलग अलग पेपर का विरोध शुरू हो गया है। सरकार ने प्रत्येक जिले में अलग अलग पेपर से परीक्षा कराने की घोषणा की है। अभ्यर्थियों ने साफ कह दिया है कि पूरे राज्य में एक ही पेपर से परीक्षा कराई जाए। अलग अलग पेपर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा।
शिक्षक भर्ती परीक्षा संघर्ष समिति के अध्यक्ष संदीप कलवानिया का कहना है कि अलग अलग पेपर आने से अभ्यर्थियों को समान अवसर नहीं मिलेंगे। किसी जिले में कठिन तो किसी में सरल पेपर आ सकता है। इससे मेरिट भी प्रभावित होगी। राजस्थान लोक सेवा आयोग दो बार एक ही पेपर से परीक्षा आयोजित कर चुका है, जिसमें कोई विवाद नहीं हुआ। अब सरकार को इस बार भी एक ही पेपर से परीक्षा करानी चाहिए। कलवानिया ने परीक्षा में जिलावार मेरिट बनाने और टेट के अंक जोडऩे का भी विरोध किया है।
अभ्यर्थी योगेन्द्र शर्मा, महेश, वंदना शर्मा, यादवेन्द्र, पवन कुमार शर्मा, अनील सैन, बलराम आदि ने बताया कि सरकार इस बार जिला परिषदों के द्वारा तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा करवाने जा रही है। सरकार ने परीक्षा का पेपर जिले वार अलग-अलग बनाने की घोषणा की। इससे अभ्यर्थियों को समान अवसर नहीं मिलेगा तथा कही तो पेेपर सरल तो कही कठीन होने से मेरिट भी प्रभावित होगी। अभ्यार्थियों ने अलग-अलग पेपर परीक्षा का विरोध किया है।
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में जिलावार पेपर का विरोध शुरू
अभ्यर्थियों ने कहा, राज्यभर में एक ही पेपर से परीक्षा, हर जिले में अलग अलग पेपर नहीं करेंगे बर्दाश्त
जयपुर। इस बार जिला परिषदों के माध्यम से हो रही थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में हर जिले में अलग अलग पेपर का विरोध शुरू हो गया है। सरकार ने प्रत्येक जिले में अलग अलग पेपर से परीक्षा कराने की घोषणा की है। अभ्यर्थियों ने साफ कह दिया है कि पूरे राज्य में एक ही पेपर से परीक्षा कराई जाए। अलग अलग पेपर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा।
शिक्षक भर्ती परीक्षा संघर्ष समिति के अध्यक्ष संदीप कलवानिया का कहना है कि अलग अलग पेपर आने से अभ्यर्थियों को समान अवसर नहीं मिलेंगे। किसी जिले में कठिन तो किसी में सरल पेपर आ सकता है। इससे मेरिट भी प्रभावित होगी। राजस्थान लोक सेवा आयोग दो बार एक ही पेपर से परीक्षा आयोजित कर चुका है, जिसमें कोई विवाद नहीं हुआ। अब सरकार को इस बार भी एक ही पेपर से परीक्षा करानी चाहिए। कलवानिया ने परीक्षा में जिलावार मेरिट बनाने और टेट के अंक जोडऩे का भी विरोध किया है।
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